स्मृतियों के उपचार से जीवन का उपचार
इंसान पृथ्वी पर आया है अपने सबक सीखकर, कुदरत की विकास-तेजविकास की यात्रा को आगे बढ़ाने के लिए। मगर चारों दिशाओं से आनेवाली नकारात्मक तरंगें उसे बोझिल बनाती हैं। उसकी स्मृतियों में दबी ज़ख्मी यादें भी उसे बेचैन करती हैं, जिस कारण वह अपना जीवन सार्थक नहीं कर पाता।
क्या हम इन बाहरी कारणों से आनेवाली नकारात्मकता को रोक सकते हैं? नहीं न! फिर ऐसा हम क्या करें कि बोझ, बोझ न लगे… दिक्कतों के बावजूद हलके-फुलके रहकर हम आनंद की उड़ान भर सकें… दूसरों में भी यह शुभ इच्छा जगाकर, जीवन को सार्थक कर सकें! इसका हल है- कटु स्मृतियों के उपचार से जीवन का उपचार…। लेकिन कैसे? यह पुस्तक इसका जवाब है!
इसमें आप कुदरत की प्रेममयी कार्य प्रणाली समझेंगे। साथ ही आपके सामने कुदरत की कार्य योजना के गहरे रहस्य प्रकट होंगे। इन्हें जानकर आप जीवन में जो करने आए हैं, वह करना शुरू करेंगे। पुस्तक के प्रमुख बिंदु कुछ इस प्रकार हैं-
- शरीर, मन पर बोझ बढ़ने के चार प्रमुख कारण
- कार्मिक बंधन मिटाने के प्रभावशाली तरीके
- जीवन के कटु अनुभवों का आपके ऊपर होनेवाला असर और उसे मिटाने का महत्त्व
- ज़ख्मी स्मृतियों को चंगा करने का उपाय- सार्थक सबक
- सार्थक सबक सीखने के लिए कुदरत द्वारा की गई विशेष व्यवस्था- लोग, घटनाएँ, परिस्थितियाँ तो चलिए, पुस्तक खोलकर ज़ख्मी स्मृतियों के उपचार से जीवन का उपचार नियम जानकर, अपने सार्थक सबक सीखते हैं।
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