हर दिन, हर सुबह कैसे बने रचनात्मक
हम हर दिन जिस तरह, पीने का पानी बदलते हैं, वैसे ही अपने जीवन को तरोताजा रखने के लिए उत्साह और परिवर्तन ज़रूरी है।
आज इंसान मशीन की तरह जीवन जी रहा है।
वही सुबह उठना, तैयार होना, ऑफिस जाना, भोजन करना और रात को सो जाना।
उसके पास सोचने के लिए समय ही नहीं है। यदि ऐसा ही चलता रहा तो कुछ सालों बाद वह बोर हो जाएगा और खुद समस्या बन जाएगा।
मगर कुछ लोग ऐसे भी होते हैं, जो हटके करने के लिए उत्सुक रहते हैं। वे समाधान बन जाते हैं।
इंसान को हर दिन कुछ नया चाहिए होता है, जिसमें रोमांच हो, जिसे करते हुए उत्साह और विकास बना रहे।
इसी को ध्यान में रखते हुए यह पुस्तक लिखी गई है।
आप सुबह की गतिविधियों में छोटे मगर रचनात्मक बदलाव लाकर, बड़ा परिणाम पा सकते हैं। जैसे किः
- आपके जीवन को, हर उम्र में, नयापन मिलेगा
- आप बोरडम से उत्साह की ओर चल पड़ेंगे
- मशीनियत तोड़कर जीवन में होश का आगमन होगा
- आपमें रचनात्मकता के गुण विकसित होंगे
- आप विकास के नए आयाम छूने को तैयार होंगे
तो चलिए, इस पुस्तक में दिए गए 21 सुझावों से अपने मॉर्निंग्स को मैजिकल बनाएँ और जीवन में स्वास्थ्य और मानसिक क्षमता बढ़ाकर, हर दिन, हर सुबह को रचनात्मक बनाकर आनेवाले आनंदमयी जीवन का स्वागत करें।
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