इस पुस्तक को पढ़कर आपकी दुःख के प्रति गलत धारणा बदल जाएगी। विश्व के हर सद्गुरु की तरह तेजगुरु सरश्री ने भी दुःख के सम्यक दर्शन की महिमा इस पुस्तक में बताई है।
चार खण्डों में विभाजित यह पुस्तक दुःख का संपूर्ण दर्शन आपके सामने उजागर करती है। इस पुस्तक द्वारा दुःख के सात कारण व सत्रह निवारण जानकर आपके जीवन में समझ, समता व संतुष्टि आएगी। दुःख का रहस्य जानकर आप वह कार्य कर पाएँगे, जो करने आप पृथ्वी पर आए हैं। इस पुस्तक में पढ़ें –
* दुःख आज खुश है
* दुःख का दूर दर्शन नहीं, पास दर्शन कर
ें
* इंसान का दुःख खुद का आविष्कार
* पचास प्रतिशत दुःख तुरंत समाप्त कैसे करें
* ईश्वर से संपर्क करने का तरीका
* दुःख का दुःख ही दुःख है
* जो दुःख से मुक्त है, उसकी शरण में जाएँ
* सदा खुश रहें – दुःख मुक्ति मंत्र
* दुःख धोखा है, तेजआनंद सत्य है आदि।
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