शव से महावनदेव तक की यात्रा
शिव को अगर जानना है तो उनसे जुड़ी कथाओं, उनके विभिन्न रूपों और गुणों को भी समझना होगा। इसी उद्देश्य की पूर्ति हेतु प्रस्तुत ग्रंथ में शिव की कुछ प्रचलित कथाओं और महा वन देव शिव के विभिन्न स्वरूपों को, जो एक (वन) हैं, बहुत सरल ढंग से समझाया गया है, जिसमें आप जानेंगे-
* शिव वास्तव में कौन है?
* क्या महादेव और वन देव एक ही है?
* शिव आकारी निराकार है या निराकारी आकार?
* शिव का ओपन सीक्रेट क्या है?
* शिव की शक्ति कौन है और उस शक्ति का क्या रहस्य है?
* शिव की गंगा में कैसे नहाएँ?
* शिव का श्रृंगार किस संदेश का प्रतीक है?
* शिव के प्रचलित स्वरूपों जैसे गंगाधर, नीलकंठ, अर्धनारीश्वर, नटराज, रूद्र और महादेव में कौन से गुण और सीख छिपी है? ये सभी अलग-अलग होकर भी एक कैसे हैं?
* शिव लिंग, पीठिका, नंदी, जल का लोटा, भोग (भाँग, धतुरा आदि) सर्प, ओंकार, त्रिनेत्र इत्यादि का क्या अर्थ और महत्त्व है?
* ब्रह्मा-विष्णु-महेश की एनालॉजी हमें क्या सिखा रही है?
इनके अतिरिक्त इस ग्रंथ में शिव-शक्ति से जुड़ी, आंतरिक रहस्यों से भरी कथाओं का संकलन किया गया है। इनके पठन से अध्यात्म की गहरी समझ प्राप्त की जा सकती है। इन्हें जीवन में उतारकर निश्चित ही आप भी उस अवस्था में पहुँचकर आनंद से गा सकेंगे- चिदानंद रूपः शिवोहम शिवोहम…!
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