बेहतरीन जीवन जीने की कला या प्रयास
जीने के लिए तो हर कोई जीता है लेकिन एक जीवन ऐसा भी होता है, जो हमें ऊँचाइयों की ओर ले जाता है। एक सात मंज़िली ऊँची बिल्डिंग में पहली मंज़िल पर रहनेवाला इंसान वह नहीं देख पाता, जो सातवीं मंज़िल पर रहनेवाला देख पाता है।
समझ (चेतना) के साथ भी ऐसा ही होता है। जैसी हमारी समझ होती है, दुनिया वैसी ही दिखाई देती है। यदि यकीन न हो तो पुस्तक के मुख्यपृष्ठ और इसी पृष्ठ पर ऊपर दिए गए चित्र को गौर से देखें। हर किसी को उसकी चेतना अनुसार चित्र में अलग-अलग आकार और रूप दिखाई देंगे।
आगे जैसे-जैसे समझ बढ़ती जाती है, वैसे ही जीवन को देखने का दृष्टिकोण भी बदलते जाता है। इसलिए इस समय आपकी चेतना किसी भी स्तर पर हो, उसे बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए क्योंकि यही प्रयास आपको बेहतर जीवन की ओर ले जाएगा।
क्या आप बेहतरीन और सच्चा जीवन जीना चाहते हैं? अगर ‘हाँ’ तो इस पुस्तक में आप चेतना क्या है और चेतनाशक्ति बढ़ाने के तरीके क्या हैं, ये जान लें। ये तरीके रोज़मर्रा के जीवन में आपके काम आऍँगे और आपके जीवन को बेहतर बनाकर, सच्चा सुख देंगे।
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