सुख, शांति और खुशी पाने का राज़
इंसान को परिवार, समाज, नेता, वातावरण, पैसा, मोहल्ला, ईश्वर और अपने आपसे कई सारी शिकायतें होती हैं। जैसे-
* परिवार के लोग मुझे समय नहीं देते।
* घर में बच्चे अपनी चीज़ें सलीके से नहीं रखते।
* मेरे घर आए हुए मेहमानों की आवभगत ठीक से नहीं होती।
* मेरे सहकारी अपने कार्य ठीक से नहीं करते।
* समाज में धोखे देनेवाले लोग बढ़ गए हैं।
* विश्व में कितनी अशांति है।
* पर्यावरण असंतुलित हो गया है।
* मँहगाई कितनी बढ़ गई है।
* मैं अधिक ज़िम्मेदारी नहीं उठा पाता।
* मुझे ज़ल्दी सफलता नहीं मिलती…।
इस तरह यह सूची कितनी भी लंबी हो सकती है। मगर मूल सवाल यह है कि क्या आप भी इन शिकायतों की कतार में हैं? यदि ‘हाँ’ तो यह पुस्तक आपको शिकायतशून्य जीवन जीने की प्रेरणा देकर, आपके लिए शिकायत से मुक्ति का वरदान साबित होगी।
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