जिंदगी को नया मोड़ देनेवाली कहानी
क्या इंसान गलत होता है या उसके अंदर की वृत्तियाँ या बाहर की परिस्थितियाँ? यह मनन करने योग्य प्रश्न है। अकसर लोग दूसरों के बारे में राय बनाते नज़र आते हैं। दरअसल वे सामनेवाले की वृत्तियों को देखते हुए अपनी राय कायम कर लेते हैं। हरेक बदल रहा है पर लोगों की राय नहीं बदलती। यह तब तक नहीं बदलती जब तक कोई ऐसी घटना नहीं घटती जो उस इंसान का असली चरित्र लोगों के सामने लाकर रख दे। इस कहानी का हीरो ‘आनंद’ भी कुछ ऐसी समस्याओं से घिरा है। उसका अतीत, वर्तमान पर हावी है। अपने अतीत को छोड़ वह जीवन के नए अर्थ को तलाशने निकलता है।
* क्या वह जीवन के अर्थ को ढूँढ़ पाता है?
* क्या वह अपने अतीत की बुराइयों से निकल पाता है?
* क्या उसके जीवन में कोई नई रोशनी लेकर आता है?
* क्या उसका भविष्य परिवर्तित हो पाता है?
* अशांति से दूर होकर वह कैसे शांतिदाता बन पाता है?
इन सभी सवालों का रोमांचक लेकिन सच्चा जवाब आपके हाथ में है।
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