दे विचारों को दाद, बजा आनंद का नाद
महाअनुवाद का कमाल इस धमाल पुस्तिका में पढ़ें,
करता है तू खुद से बात, महाअनुवाद से कर तू नकारात्मक विचारों को मात।
घटनाओं में नहीं है दुःख-सुख, खोज करने के लिए हो जा तू अंतर्मुख।
दुःख है जीवन की परीक्षा, कुदरत करना चाहती है तेरी रक्षा।
नकारात्मक विचारों का महाअनुवाद कर सही, सुखद भावना आएगी वहीं के वहीं।
दे तू खुद को सही खबर, मिल जाएगी तुझको खुशियों की डगर।
कर तू लोगों के गलत शब्दों को अनसुना, जिससे हो जाएगा तेरा जीवन बेहतर कई गुना।
बताएँगे तुझे तेरे भाव मिली है तुझे संपन्नता की छाँव।
जब भी जीवन का संगीत बेसुरा हो जाए तो उसे सुरमई बनाने के लिए इस पुस्तिका में लिखे गए लयबद्ध महाअनुवाद का लाभ लें। जिससे जीवन में मधुर धुन सुनाई देगी और जीवन के सभी आयाम सुरों-साज से खिल जाएँगे।
Reviews
There are no reviews yet.