मानसिक संतुष्टि का राज़
बीमारी की वजह मस्तिष्क में जीती हैं इसलिए हमें पहली विजय अपने मस्तिष्क पर हासिल करनी है और नकारात्मक वाद – विवाद में न पड़कर उपचार विचार नियम का सहारा लेना है।
विचार नियम रचनात्मक सिद्धांत है, जो कहता है – हर विचार जो होश, जोश और यकीन के साथ दोहराया जाता है, वह हकीकत में बदलता है। जब हम अनंत बलशाली शक्ति यानी ईश्वरीय विचारों को अपने मन से गुजरने देते हैं तो यह नियम हमारे लिए काम करना शुरू कर देता है। वह सब जो हमारे लिए ईश्वर ने बनाया है, हमारी जिंदगी में आना शुरू हो जाता है। जैसे पूर्ण स्वास्थ्य, सही व्यवसाय, सही मकसद, प्रेम, कला, गुण, सफलता, ज्ञान, विकास सब कुछ पूर्ण होना शुरू होता है। इससे इंसान सच्चे आनंद की स्थिति प्राप्त करता है और उसी इंसान से दूसरों का भला हो सकता है, जो आनंदित है।
तो आइए, इस पुस्तक में दिए गए विचार सूत्र, स्वसंवाद, महाअनुवाद और पक्षवाक्य के ज़रिए आज से ही अपने मस्तिष्क को शांतिपूर्ण अनुभवों, आशावादी शब्दों तथा सत्यात्मक विचारों से भर दें तो अंत में आपके पास एक सुंदर, विशाल आश्चर्यजनक विचारों का भंडार होगा, जो आपको हर बीमारी से मुक्त कर सकेगा।
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