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कई लोग सोचते हैं कि शून्य में जाना कठिन है| यहॉं हम आपको एक ऐसी ध्यान पद्धति से रू-ब-रू कराने जा रहे हैं, जिससे कि आप विचारशून्य स्थिति से वाकिफ हो सकें|
‘विचार क्रमांक ध्यान’ इस ध्यान के ज़रिए आप शून्य में जा सकते हैं| हो सकता है कि यह स्थिति महज़ क्षणिक हो|
* इस ध्यान में विचारहीन स्थिति में पहुँचने के लिए सिलसिलेवार अंकों के ज़रिए विचारों का आवागमन बंद किया जाता है|
* हर सोच को देखते हुए इस ध्यान की शुरुआत करिए| अब हर एक विचार को गिनते जाइए|
* जैसे-जैसे विचार आते जाएँ, वैसे-वैसे मन ही मन उनकी गिनती करते चले जाइए| इस सिलसिले को बरकरार रखें|
* जब मन में कोई विचार न आ रहा हो तो शांति से बैठिए| जब आपको कोई विचार न आ रहा हो तो इसे भी गिनिए क्योंकि विचार न आना भी एक विचार है|
* इस बात का विशेष ध्यान रखें कि आपको किसी भी विचार पर अमल नहीं करना है| उसे गिनिए और जस का तस छोड़ दीजिए|
* यह ध्यान प्रक्रिया दस मिनट तक लगातार कीजिए|
* किसी कारणवश, अगर आप विचारों की गिनती करते-करते संख्या भूल जाएँ तो दिमाग पर जोर डाले बगैर फिर से शुरुआत से गिनें|
इस ध्यान के दौरान आपको विचारों के तेज़ी से कम होने का एहसास होगा| आपको कई बार ऐसा प्रतीत होगा कि जब आप किसी विचार के बारे में सोच रहे होंगे तो उसके अगला विचार आने के दरमियान अंतर होगा| यह अंतर ही शून्य है|
One comment
Suyog Puranik
Dhanywaad Sirshree